भारत की शान
*भारत की शान*
भारत की ऊँची इसलिए दुनिया में शान है,
कश्मीर है मुकुट तो,ये सागर गुमान है।।
डालेगा जैसे कोई बुराई की गर नज़र,
उसको मज़ा चखाने को हर नौजवान है।।
इल्म-ओ-हुनर की दुनिया,जोआबाद है यहाँ,
इससे ही फैला इसका जगत में विधान है।।
तारीफ़ नौजवानों की करनी ही चाहिए,
नव सोच दे के देश को ,बनाया महान है।।
भारत का ध्वज तिरंगा,हमें इसपे ग़ुरूर है,
गौरव यही है गरिमा,ये भारत का मान है।।
जनतंत्र यह वतन का,है उत्तम ही इस क़दर,
जय-जय किसान नारा,औ जय-जय जवान है।।
गंदी हुई है जब भी,इंसानियत की ये सोच,
चादर के जैसे धुल दिया ,भारत का ज्ञान है।।
©डॉ0हरि नाथ मिश्र
9919446372
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